lyrics shiv chalisa Fundamentals Explained

कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥

REPORT THISIf the purchase / download connection of Shiv Chalisa – (शिव चालीसा हिंदी में) PDF isn't Doing the job or you are feeling another trouble with it, you should REPORT IT by picking the right motion like copyright materials / advertising written content / hyperlink is broken and so on.

शिव चालीसा का पाठ पूर्ण भक्ति भाव से करें।

हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥

चित्रकूट के घाट-घाट पर, शबरी देखे बाट - भजन

जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥

नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।

शिव भजन

वेद नाम महिमा तव गाई । अकथ अनादि भेद get more info नहिं पाई ॥

कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव…॥

अर्थ- हे प्रभू आपके समान दानी और कोई नहीं है, सेवक आपकी सदा से प्रार्थना करते आए हैं। हे प्रभु आपका भेद सिर्फ आप ही जानते हैं, क्योंकि आप अनादि काल से विद्यमान हैं, आपके बारे में वर्णन नहीं किया जा सकता है, आप अकथ हैं। आपकी महिमा का गान करने में तो वेद भी समर्थ नहीं हैं।

कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥

आपके पास पूजा के लिए दूध दही घी शक्कर शहद यानि पंचामृत तथा चंदन पुष्प बेलपत्र त्रिशूल डमरू आदि होने चाहिए अगर आपका व्रत है तो शाम को पूजा करने के बाद ही व्रत खोलें अंत में प्रसाद वितरण करें

पाठ करने से पहले गाय के घी का दिया जलाएं और एक कलश में शुद्ध जल भरकर रखें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *